चारों ओर तैर रहे थे सांप, 18 घंटे तक छत पर बैठकर बारिश से लड़ी जंग

रायसेन/भोपाल. मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के करारिया गांव में एक महिला अपने तीन बच्चों के साथ 18 घंटे तक बाढ़ के पानी में फंसी रही। उसके मकान के चारों तरफ सांप तैर रहे थे इसलिए वह पानी में तैरकर भी नहीं निकल सकते थे और न उनके पास कोई आ पा रहा था। बाद में रेस्क्यू टीम पहुंचने पर उन्हें बचाया जा सका। बाढ़ में फंसी प्रेमबाई ने बताई रौंगटे खड़े कर देने वाली दास्तान....रायसेन में बाढ़ में फंसा प्रेमबाई का परिवार।
-प्रेमबाई ने बताया कि उनका करारिया गांव में घर है। तीन बच्चे हैं, सभी घर पर ही थे।
-पति पप्पू आटा लेने बाजार गए थे। शाम 4 बजे के करीब तेज बारिश शुरू हो गई।
-तीन घंटे बाद बाहर आकर देखा तो चारों ओर पानी ही पानी था। घर डूबने लगा था।
-मैं अपनी 17 साल की बेटी प्रीति, 10 साल की लवली और 13 साल के बेटे विशाल को लेकर छत पर चढ़ गई।
-पानी में सांप तैरते नजर आए। घबराहट और बढ़ गई। बच्चे रोने लगे। उन्हें ढांढस बंधाती रही।
-बारिश और तेज होती जा रही थी। घर आधे से ज्यादा डूब चुका था।
बच्चों को पॉलीथिन ढंककर बचाया...
-प्रेमबाई ने बताया कि बच्चों और अपने ऊपर एक पॉलीथिन ढंककर रातभर राहत का इंतजार करती रही।
-पति लौटे तो पानी में डूबे घर को देखकर घबरा गए। गांव वालों की मदद से कंट्रोल रूम फोन लगाया।
-लेकिन रात में कोई बचाने नहीं आया। 18 घंटे बाद रविवार सुबह साढ़े नौ बजे कुछ लोग नाव से हमारी ओर आते नजर आए तो जान में जान आई।
-उन्होंने सीढ़ी के जरिये मुझे और बच्चों को नीचे उतारा और नाव में बैठाकर सुरक्षित स्थान पर ले गए।
खाद की बोरियों पर बैठकर बिताई रात
-बागरोद गांव में करीब एक दर्जन से अधिक लोग खेत में बने एक फार्म हाउस में फंस गए थे। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
-इन्हें सुरक्षित बचाने के लिए बचाव दल के सदस्य तेज बहाव के बीच करीब डेढ़ किलो मीटर दूर तक दो बोट लेकर पहुंचे इनमें बैठाकर 13 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
-बाढ़ का पानी आ जाने से यह लोग रातभर फंसे रहे। घर में पानी भरने पर उन्होंने वहां रखी खाद की बोरियों पर बैठकर रात गुजारी। सुरक्षित निकलने के बाद भी वे घबराए हुए थे।

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